मैथिली
फिल्म उद्योग एखन धरि प्रयोग मात्र करैत रहल अछि. बेर आबि गेल अछि जे एकरा
व्यावसायिक मान्यता भेटै आ एहि उद्योग स’ प्रत्यक्ष रूपे जूड़ल कलाकार ओ तकनीकी टीम कें रोजगारक अवसर प्राप्त होइन.
मैथिली फिल्म ओ रंगमंचक अभिनेता अनिल मिश्रा एहि संदर्भ मे कएक टा मंच स’ बाजल छथि जे मैथिली फिल्म उद्योग कें भाइ-भतीजावाद स’ मुक्त रखबाक बेगरता छैक आ तखने जा क’ ई व्यावसायिक रूपे स्थापित हएत. हुनक ई अपील एखन शूटिंग भ’ रहल फिल्म “प्रेमक बसात”
पर लागू होइत नजरि आबि रहल अछि.
फिल्मक
निर्माता कुणाल ठाकुर स’
प्राप्त जानकारी अनुसार एहि फिल्मक यूनिट मे कलाकार स’ ल’
क’
तकनीकी टीम पूर्ण व्यावसायिक अछि आ मैथिली फिल्म उद्योगकें
स्थापित करबामे एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निमाहत से आश्वस्त छी. दर्शक मध्य जे
मैथिली फिल्मक प्रति उदासीनता अछि ओहि तमाम आवश्यकताकें पूर करबाक प्रयास कएल जा
रहल अछि.
फिल्म “प्रेमक बसात” केर निर्माता-वेदान्त झा एवं कुणाल ठाकुर, कथा-पटकथा-संवाद-लेखक एवं निर्देशक-रूपक शरर,अभिनय-पियूष कर्ण,रैना बनर्जी,गोविन्द पाठक,मोना रे,एस.सी.मिश्रा,राकेश,प्रज्ञा झा,शैल झा,कल्पना मिश्रा,संजना,आशुतोष सागर,आकाशदीप,राजीव झा,प्रेम झा,शरद सोनू,नेहा,राकेश त्रिपाठी
आदि,
संगीत-प्रवेश मल्लिक एवं सरोज सुमन, नृत्य निर्देशन-केदार सुब्बा, कला निर्देशन-प्रेम जी,
कैमरा-नरेन्द्र पटेल, निर्माण नियंत्रक-अजीत सिंह, निर्माण
प्रबंधन-सिंटू झा,
प्रवीण पाठक एवं नवीन झा, मेकअप-पंकज झा एवं आइटम गीत पर नृत्य प्रशिक्षण द’ रहल छथि गौलौरी महन्था.
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