भाषा सेवा लेल आंशिक योगदान, अपने लोकनिक अवलोकनार्थ। क्लिक कय पढ़ल/देखल/सुनल जा सकैत अछि :

रिपोर्ट (63) अखबारक पन्ना (33) ऑडियो/वीडियो (21) मैथिली नाटक (19) कथा मैथिली (18) मैलोरंग (16) मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (14) दैनिक जागरण (12) मैसाम (10) मैथिली फिल्म (8) साक्षात्कार (8) मैथिली-भोजपुरी अकादमी (6) आलेख (5) ऑफिसक अवसर विशेष पर (3) झलक मिथिला (3) नवभारत टाइम्स (3) पाठकीय प्रतिक्रिया (3) बारहमासा (3) मैथिली पोथी (3) अखिल भारतीय मिथिला संघ (2) अछिञ्जल (2) अपराजिता (2) कथा मंचन (2) दीपक फाउंडेशन (2) मिथिला स्टूडेंट यूनियन (2) मिथिलांगन (2) मैथिली पत्र-पत्रिका (2) मैथिली लघु फिल्म (2) यात्रा संस्मरण (2) विश्व मैथिल संघ (2) सम्मानक सम्मानमे (2) हिन्दुस्तान टाइम्स (2) अस्मिता आर्ट्स (1) एकेडमी ऑफ़ लिटरेचर आर्ट एंड कल्चर (1) डी डी बिहार (1) देसिल बयना हैदराबाद (1) धूमकेतु आर्ट्स (1) भारती मंडन (1) मिथिला मिरर (1) मिनाप (1) मैथिली एलबम (1) मैथिली कथा (1) मैथिली जिन्दाबाद (1) मैथिली धारावाहिक (1) मैथिली पत्रकार (1) मैथिली लोकमंच (1) मैथिली संबोधन (1) विदेह (1) साझी धुआँ (1) साहित्य अकादेमी (1) साहित्यिक चौपाड़ि (1) स्वरचित (1) हिन्दी नाटक (1)

मुख्य पृष्ठ

Thursday, September 29, 2022

बोस (सुभाष चन्द्र बोस), मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (राग-रंग)

रंगसंस्था ‘बारहमासा मैथिली नाटकक संग-संग हिन्दी नाटकक क्षेत्रमे सेहो समय-समय पर उपस्थिति दर्ज करबैत रहल अछि । गोल मार्केट, दिल्लीक नजदीक भाई वीर सिंह मार्ग स्थित ‘मुक्तधारा सभागार मे विश्वम्भर उपाध्याय लिखित नाटक ‘बोस (सुभाष चन्द्र बोस)’क मंचन बारहमासा द्वारा कएल गेल । महात्मा गाँधी सँ मत भिन्नताक पश्चात कांग्रेस अध्यक्ष पदक त्याग करैत, राजसी ठाठ मे पलल-बढ़ल सुभाष चन्द्र बोस जमीनी स्तर सँ संघर्ष करैत ब्रिटिश साम्राज्य सँ स्वतंत्रता प्राप्ति लेल सैन्य विद्रोहक जे रास्ता चुनलनि ताहिमे हुनक तीक्ष्ण बुद्धि, चातुर्य कौशल आ सांगठनिक क्षमताक जे किछु प्रमाण भेटैत अछि से देशक युवा, आम नागरिक आ राजनीतिक लोकनिक वास्ते अनुकरणीय आ बेस प्रेरक अछि । वीर सेनानी सुभाष चन्द्र बोस वास्तवमे नेताजी रहथि से उक्त नाटकक माध्यम सँ हुनक कृत्तित्व आ विराट व्यक्तित्त्वकें दर्शाओल गेल अछि ।

दिल्लीमे नाटकक मंचन निरन्तर होइत रहल अछि जाहिमे अधिकाधिक चयनक विषय सामाजिक असमानता, शोषण, गरीबी आदि रहैत अछि मुदा भारतीय स्वतंत्रता मे अपन सर्वस्व न्यौछावर केनिहार एहेन वीर सेनानी पर केन्द्रित ई नाटक वास्तवमे अपन राष्ट्रनायकक त्याग आ समर्पणक प्रति गौरवबोध करबैत अछि ।

मंच पर सुभाष चन्द्र बोसक भूमिका मे नवोदित मुदा अभिनयक क्षेत्रमे कम्मे समयमे परिपक्व होइत अभिनेता मनु कुमार झाक उपस्थिति दर्शक लोकनिक ध्यानाकर्षण करबामे बेस सफल रहल । सुप्रिया सत्यम (कैप्टन लक्ष्मी), नितीश कुमार झा (हिटलर), मनीषा मिश्रा (सूत्रधार आ लक्ष्मी रेजिमेंटक सिपाही), मायानन्द झा (उत्तमचंद आ सेठ किरोड़ीमल), अमन गुप्ता (मिर्जा आ शाहनिवाज), रोहित कुमार (महात्मा गाँधी आ कैप्टन मोहन सिंह), टेन्जीन बोध (जवाहर लाल नेहरु),निर्भय कर्त्तव्य (भगतराम आ ढिल्लन), रौशन सिंह (कर्नल हंट), राजेश कुमार बेनी (अफ़गान सिपाही), शुभम (सहगल), पूनम सिंह (लक्ष्मी रेजिमेंटक सिपाही), वन्दना (लक्ष्मी रेजिमेंटक सिपाही), रवित चावला (बालवीर) एवं सैनिक समूहमे तरुण झा, लालू कुमार, ऋत्विक राज, करन चौहान आदि लोकनिक उपस्थिति छल ।

मंचक पाँछा दीपक ठाकुर (संगीत), राहुल चौहान (प्रकाश), डालचन्द (वस्त्र विन्यास), पूनम सिंह आ मनीषा मिश्रा (वस्त्र सज्जा), नितीश कुमार एवं रोहित कुमार (रूप सज्जा), तरुण झा (प्रस्तुति प्रबंधन), राजेश बेनी (मंच प्रबंधन), अमन गुप्ता (पार्श्व ध्वनि) आ मनु कुमार झा (सह-निर्देशन) केर सहयोग सँ सफलतापूर्वक संपन्न एहि नाटकक निर्देशन केलनि मैथिली एवं हिन्दीक वरिष्ठ रंगकर्मी मुकेश झा ।

Wednesday, September 07, 2022

मैथिली कथा गोष्ठी, मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (आयोजन उपरान्त समाद)

मैथिली साहित्य महासभा द्वारा विगत रवि'क साँस नव दिल्ली स्थित संस्कार भारती सभागार मे मैथिली कथा गोष्ठीक आयोजन संपन्न भेल,जे मूलतः कथा पाठक आयोजन छल आ एहि मे नव प्रवेशीक अधिकांश सहभागिता रहल, जे मैसाम द्वारा पहिनहिं सँ सुनिश्चित छल । राष्ट्रीय

राजधानी मे एक दशक बाद कोनहूँ गैर-सरकारी संस्था द्वारा आयोजित एहि गोष्ठी मे कुल सत्रह कथाकार कथा पाठ कयलनि । एहि गोष्ठी अध्यक्षता कयलनि सुपरिचित साहित्यकार डॉ. आभा झा आ विशिष्ट अतिथिक रूप मे मैसामक पूर्व सचिव संतोष राठौड़ उपस्थित छलाह । गोष्ठीक कुशल संचालन युवा कवि मनीष झा “बौआभाइ' कयलनि ।

एहि मैथिली कथा गोष्ठी मे शैलेन्द्र झा 'आत्मसम्मान', मनोज कर्ण मुन्नाजी 'बॉस' 'ठेकनगर', हेमन्‍त झा 'अपन-अपन सोच''महत्वाकांक्षा', भावना मिश्रा “ककर दोख', मुन्नी कामत 'तरसैत आँखि' 'भ्रष्टाचार', रेणु दास “बुद्धो पीसी', निशा झा 'विडम्बना', कुन्दन कर्ण 'रेबाज' आ “गरूड़-पुराण' शीर्षक, चित्रलेखा अंशु “बूझब', अमरेश चौधरी '"प्रेमक स्मृति आ आस', अमन आकाश “प्रेमक सिंगरहार', जगदानन्द झा मनु 'हारि' 'एसगर' शीर्षक, मुकेश दत्त 'सुग्गा सन बोल', कुमार मनोज कश्यप 'वेदना' आ “आकाश कुसुम', नीरज कर्ण “रिटायर्ड” आ “छुच्छे', शिव कुमार सिंह 'दहेजक दानव' आ सुभाष कामत “मातृभाषा''मैथिली' शीर्षक कथा , लघुकथा, बिहनि कथा आदिक पाठ कयलन्हि ।

कार्यक्रमक अध्यक्षता करैत साहित्यकार डॉ. आभा झा कहलनि जे मैथिली साहित्य महासभा द्वारा एहि कथा-गोष्ठीक आयोजन सँ हम अभिभूत छी । अत्यंत अनुशासित आ व्यवस्थित गोष्ठी संपन्न भेल । कथाकारक सभक कथा सुंदर आ विचारशील छल । एहि कथा गोष्ठीमे स्त्रीमन, दिव्यांग संग अपेक्षित मानवीय व्यवहार, गाम-शहर पर केन्द्रित, आत्मविश्वास आ मातृभाषाकें प्रतिष्ठित करए बला कथा सभक पाठ प्रस्तुत भेल । गोष्ठी मे स्त्री-पुरुष कथाकारक सहभागिता उल्लेखनीय रहल । 

सोशल मिडियाक फेसबुक पर हम सभ मैथिल छी समूह पर उक्त कथागोष्ठी'क लाइव प्रसारण देखि साहित्यकार शैलेन्द्र शैली कहलन्हि जे मैसाम द्वारा उठाओल ई डेग सकारात्मक अछि, मुदा पठित कथा सभ पर समुचित समीक्षाक व्यवस्था रहने गोष्ठी मे सम्मिलित कथाकार सभ लेल मार्गदर्शनक काज क' सकितैक । शैली कहलन्हि जे गोष्ठी मे पठित अधिकांश कथा कथ्य, शिल्प आ भाषाक स्तर पर झुझुआन सन लागल । मैथिली कथा जाहि उचास धरिक यात्रा तय क' चुकल अछि, से नवागंतुक रचनाकार के बुझल रहबाक चाही आओर एहि लेल बेसी पढ़बाक बेगरता अछि । ओ कहलन्हि जे मैसाम के भविष्य मे एहेन आर आयोजन करैत एखटा कार्यशालाक रूप देबाक चाही । 

विशिष्ट अतिथि संतोष राठौड़ अपन वक्‍तव्यमे मैसाम द्वारा कथा-गोष्ठी आयोजन के महत्वपूर्ण बतौलनि । ओ कहलनि जे मैसामक नियमित गतिविधि मे एकटा आओर नव कार्यक्रमक बढोतरी मैथिली साहित्य कें प्रगतिशील बनाएत । 

Saturday, September 03, 2022

मैथिली कथा गोष्ठी, मैथिल पुनर्जागरण प्रकाश (आयोजन पूर्व समाद)

लगभग 10 वर्ष बाद दिल्ली मे भ' रहल अछि मैथिली कथा गोष्ठीक आयोजन 

एकटा पैघ अन्तरालक उपरान्त राष्ट्रीय राजधानी नव दिल्ली मे मैथिली कथा पाठ सँ सम्बन्धित कार्यक्रम कथा गोष्ठी केर आयोजन कयल जा रहल अछि । एहि सँ पूर्व मैलोरंग द्वारा करीब दस वर्ष पूर्व “सगर राति दीप जरय” श्रृंखला केर वृहद कथा गोष्ठी'क स्मरणीय आयोजन भेल छल, जाहि मे भारत-नेपाल'क अनेको मैथिली स्रष्टा अपन सहभागिता दर्ज करौने रहथि ।

आब एकटा पैघ अन्तरालक उपरान्त मैथिली साहित्य महासभा द्वारा काल्हि ४ सितम्बर २०२२ कें कथा गोष्ठीक आयोजन कयल जा रहल अछि । आइटीओ'क दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर अवस्थित संस्कार भारती'क सभागार मे ई आयोजन साँझ'क ४ बजे सँ ७ बजे धरि चलत ।

हालक वर्ष मे मैथिली साहित्यक परिदृश्य मे सक्रिय भेल कवयित्री आ लेखिका डा. आभा झा एहि गोष्ठीक अध्यक्षता करतीह, तँ संचालन करताह युवा कवि मनीष झा बौआभाइ । सोशल एक्टिविस्ट संतोष राठौड़'क विशिष्ट आतिथ्य मे प्रसिद्ध कथाकार शैलेन्द्र कुमार झा सहित मनोज कर्ण आ दर्जनो नवोदित कथाकार अपन कथाक पाठ करताह । मैथिली कथाक विकास मे कथा गोष्ठी (सगर राति दीप जरय)क महत्वपूर्ण भूमिका रहल अछि ।

एक प्लेटफार्म पर सभ पीढ़ीक कथाकार आ आलोचकक जुटान होइत रहल अछि आ कथा पर त्वरित प्रतिक्रिया संग तकर शल्यचिकित्सा कतेको समृद्ध कथाकार प्रदान कयलक अछि मैथिली साहित्य कें । एहि तर्ज पर मैसाम द्वारा आयोजित कथा गोष्ठीक डेग स्वागतेय अछि ।

उमेद अछि जे गोष्ठी मे उत्कृष्ट कथा सभ प्रस्तुत हयबे करत , संगहि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र मे मैथिली कथाधारा आ समीक्षाक अनेको वरिष्ठ आ अनुभवी व्यक्तित्व' उपस्थिति समीक्षकीय दिशा निर्देश प्रदान करै जेताह । निश्चित रूप सँ मैसाम अध्यक्ष सुनित ठाकुर, संजीव सिन्हा, हेमन्‍त झा, कन्त शरण आदि द्वारा उठाओल गेल ई सकारात्मक डेग थिक ।