दिल्लीक दत्तोपंत ठेंगरी भवन मे बहुतायत संख्या मे महिलाक उपस्थिति देखल गेल ।
विभिन्न सत्र मे विभाजित ई कार्यक्रम दीपप्रज्ज्वलन आ गोसाउनिक गीत संग प्रारंभ
भेल । स्मिता झा लिखित एवं अभिनीत एकल नाटक ' दहेज प्रथा' प्रस्तुत कएल गेल जकर निर्देशन केलनि सोनी नीलू झा । विमर्श
सत्र मे क्रमशः ‘मैथिली रंगमंच मे स्त्री’ पर पूनम श्री, दीपा मिश्रा, पुष्पा झा, प्रियदर्शिनी पूजा आदि लोकनि अपन विचार रखलनि ।
‘मैथिली सहित्य मे स्त्री’ पर डॉ. ललिता झाक अध्यक्षता मे कुमकुम झा,
आभा झा, जयंती झा, छाया झा आदि लोकनि अपन विचार रखलनि ।
‘नारी सशक्तिकरण आ समाज’ पर रत्न आभा झा चौधरी, अणुशक्ति सिंह, विजयालक्ष्मी झा आदि लोकनि अपन विचार रखलनि । नृत्य संसार मे तेजी सँ उभरि रहल ललना अशिति झा ‘जय जय भैरवि’ पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत केलनि । बंदना झा हास्य प्रस्तुति देलनि । सोनी नीलू रचित 'औनी पथारी' काव्य संग्रह आ दीपा मिश्र द्वारा संपादित एक सय एकाबन कवयित्रीक काव्य संग्रहक पोथी 'मैथिली'क विमोचन सेहो भेल ।
सभसँ अंतिम सत्र 'काव्य पाठ'क छल । डॉ. आभा झाक अध्यक्षता एवं अनुराधा झाक संचालन मे कवयित्री
आभा झा,
मुन्नी कामत, निवेदिता झा, पूनम झा सुधा, सांत्वना मिश्रा, ज्योति झा, रीना झा शर्मा, स्वाति साकम्भरी, आरती प्रिया, छाया झा, स्वाती झा, मधुलता मिश्रा सहित दर्जनाधिक कवयित्री लोकनि
अपन प्रस्तुति सँ उपस्थित श्रोताकें मुग्ध केलनि ।