१५ जनवरी,२०१९ क' अवसर छल श्री
राम जानकी फिल्म्स द्वारा निर्मित आ कुसहा त्रासदी पर आधारित फिल्म 'लव यू दुल्हिन' केर टीजर आ ट्रेलर रिलीज करबाक। दिल्लीक द्वारका (महिला पार्क)मे आयोजित उक्त
कार्यक्रमक अवसर पर विशाल संख्या मे भाषाप्रेमी लोकनिक उपस्थिति देखल गेल। टीजर वा
ट्रेलर मे फिल्मक संकेत मात्र द्रष्टव्य होइत अछि सएह देखल गेल। मनोरंजनक दृष्टिए
फिल्मक ट्रेलर,
टीजर वा गीतक जे किछु अंश देखाओल गेल से बेस आकर्षक छल।
फिल्मक बहुतो दृश्य एहेन देखल गेल जे भोजपुरी फिल्मक समकक्ष ल' जेबाक प्रयास हेतु सेहो प्रयोग कएल गेल अछि।
फिल्मक
जे सभसँ मजगूत पक्ष अछि से अछि सर्वहारा वर्गक मैथिली। भाषाक क्षेत्रीय सीमाकरण
केँ तोड़ैत व्यापक रूप देबाक जे प्रयास कएल गेल अछि से सराहनीय अछि। एहि फिल्ममे
अभिनय केनिहार बहुतो कलाकार केँ विभिन्न माध्यम सँ अभिनय करैत देखलियनि अछि मुदा
एहि बेरुक हुनक उपस्थिति देखि एतबा पूर्ण विश्वासक संग कहल जा सकैछ जे ताहि
मामिलामे मनोज श्रीपति केर निर्देशकीय पक्ष काबिल-ए-तारीफ अछि कारण कोन कलाकारक
गुण केँ कोन रूपे प्रयोग कएल जाय सएह निकालब वास्तवमे निर्देशकीय गुण होइछ।
विकाश झा
बतौर गायकक रूपमे जतबे प्रसिद्धि प्राप्त केलनि अछि आगामी भविष्य मे तेहने चर्चित
अभिनेताक रूप मे अपनाकेँ उतारबा लेल मेहनति क' रहलाह अछि से एक बेर सम्पूर्ण फिल्म देखलाक बाद सेहो स्पष्ट भ' जायत। सुर संग्राम फेम प्रसिद्ध गायक आलोक कुमारक भूमिका
पूरा स्पष्ट नै भ'
पाएल मुदा कम्महि मे हुनक भाव-भंगिमा खासक' नृत्य बेस प्रभावित केलक। निःसंदेह शुभनारायण जी एक अलग
मिजाज मे देखना गेलाह। अमिय कश्यप खलनायकक भूमिका मे बेस इमानदारी सँ प्रस्तुत
भेलाह अछि।
फिल्मक
संगीत पक्ष बेस दमदार अछि। सुधीर झाक गीत लेखन सँ साइते केओ मैथिली संगीतानुरागी
अपरिचित हेताह से सुधीर झा फिल्मक माँगक हिसाब सँ गीत लेखन मे सफल भेलाह अछि। एकटा
हिन्दी (मुजरा) गीत जे कल्पना पटवारीक गाओल भलेही मैथिली फिल्मक दृश्यक हिसाब सँ
उपयोग कएल अछि मुदा सुधीर झाक प्रतिभाकेँ हिन्दी फिल्ममे प्रयोग हेतु दस्तक द' रहल अछि। विकाश झाक स्वर होइन्ह वा देवानन्द केर
सुमधुर स्वर होइन्ह वा पारंपरिक गीत हेतु
प्रयोग कएल स्वर मे कविता,
मधुलता, मोनी आदि होथि
निःसंदेह धनञ्जय मिश्रा सन सूक्ष्म आ पारखी संगीतकारकेँ बेगरता छल एहि फिल्मक
संगीत हेतु।
प्रसंगवश
किसलय कृष्णक ओ वक्तव्य मोन पड़ि रहल अछि जे सही मायने मे देखल जाय त' "मैथिली फ़िल्म एखन संक्रमण काल सँ गुजरि रहल अछि"।
वास्तव मे फिल्मक गुणवत्ताक चर्च तखन करब उचित हएत जखन संख्यात्मक वृद्धि होइक।
एहेन संक्रमण काल मे जँ कोनो निर्माता एतबा बजट संग मैथिली फिल्म बनेबाक हिम्मत
करै छथि त'
निःसंदेह साधुवाद आ प्रशंसाक पात्र छथि। विष्णु पाठक आ
रजनीकान्त पाठक सन हिम्मती लोक जा धरि एहेन-एहेन काज नै टेकता मैथिली फिल्मकेँ
स्थापित हएब त'
दूर निर्माणक कल्पनो करब असंभव अछि।
फिल्मक सम्पूर्ण
टीमकेँ फिल्मक सफलताक अग्रिम शुभकामना!
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