१० जून
२०१८ (रविदिन) क’
मैथिली लोक रंग (मैलोरंग) द्वारा दीनदयाल उपाध्याय मार्ग
दिल्ली स्थित राजेन्द्र भवन मे एक दिवसीय मिथिला रंग महोत्सवक आयोजन कुल चारि सत्र
मे संपन्न भेल . पहिल सत्रक प्रारम्भ मैलोरंगक निदेशक डॉ. प्रकाश झाक स्वागत
संभाषण आ रंग संगीत नामक कार्यक्रम सँ भेल. रंग संगीतक प्रस्तुति मे मुख्य गायन छल
राजीव रंजन झा केर जाहिमे कोरसक रूपमे रंगकर्मी मुकेश झा, ज्योति, सोनी, मनीषा, विवेक,नितीश,अपर्णा,सुदीप,मनीष,अक्षय रंजन,अंकित,विकास,प्रशान्त,प्रसून नारायण,स्वाभिमान आदि लोकनिक महत्त्वपूर्ण भूमिका छल. एकर निर्देशन केलनि दीपक ठाकुर.
संगीत मे मजगूत पकड़ रखनिहार दीपक ठाकुर मूलतः सीतामढ़ी जिलाक सुरसंड गामक निवासी
छथि,
इंदिरा गाँधी मुक्त विश्वविद्यालय सँ नाट्यकला मे एम.ए.
संगहि गीत एवं नाटक प्रभाग,
भारत सरकार सँ अनुबंधित संस्था नगीना आर्ट्स कें संस्थापक
छथि. रंग संगीत मे मैलोरंग द्वारा पूर्वमे मंचित नाटक मणिमंजरी,धूर्तसमागम,काठक लोक,आबि मानि जाउ,चान चकोर,जल डमरू बाजय आदि नाटक मध्य प्रयोग भेल मुख्य-मुख्य गीतक
प्रस्तुति भेल. २० मिनट धरि चलल रंग संगीत अपन उत्तम प्रस्तुति सँ लोककें मुग्ध
करैत अंत धरि बान्हि रखबामे सफल रहल.
दोसर
सत्र सम्मान ओ पुरस्कारक छल. ध्यातव्य अछि जे मैलोरंग द्वारा रंगकर्मक क्षेत्र मे
विशिष्ट योगदान देनिहार व्यक्तित्वकें वर्ष २०१० सँ नियमित रूप सँ ज्योतिरीश्वर
रंगशीर्ष सम्मान एवं वर्ष २०११ सँ रंगकर्मक क्षेत्र मे सक्रिय ओ समर्पित एक युवा
रंगकर्मीक चयनक आधार पर श्रीकांत मंडल सम्मान सँ सम्मानित कएल जाइत अछि. उक्त
दुन्नू सम्मान हेतु ५,१००/- केर राशि, पुष्पगुच्छ आ स्मृति चिन्ह प्रदान कएल जाइत अछि. वर्ष-२०१८ केर ज्योतिरीश्वर
रंगशीर्ष सम्मान सँ सम्मानित लालगंज,मधुबनीक निवासी मन्त्रेश्वर झा सेवानिवृत आइ.ए.एस. अधिकारी छथि, वरिष्ठ नाटककार,रंगचिन्तक,
अरिपन नामक संस्थाक संस्थापक अध्यक्ष, पोथी ‘कतेक डारि पर’ हेतु साहित्य अकादेमी सम्मान सँ सम्मानित आ नाटक,एकांकी,कविता संग्रह,व्यंग्य आदि विधा पर मैथिलीक संग-संग हिन्दी आ अंग्रेजी मे
सेहो समान हस्तक्षेप रखै छथि. रंगकर्मी लोकनिक जीवन संघर्ष सँ प्रभावित
मन्त्रेश्वर झाक उदारवादी स्वभाव तखन सार्वजनिक रूपे सोझा आएल जखन ओ मैलोरंगक
रंगकर्मी लोकनिक प्रोत्साहन हेतु ५१,०००/- राशिक चेक मैलोरंग निदेशक डॉ. प्रकाश झाकें तत्क्षण हस्तगत केलनि.
दोसर
सम्मान कोलकाता मे मैथिली रंगमंच स्थापित केनिहार श्रीकान्त मंडलक नाम सँ
श्रीकान्त मंडल सम्मान-२०१८ मोकरमपुर,मधुबनी निवासी रविभूषण मुकुल कें देल गेल. इप्टा,मधुबनी सँ रंगकर्मक शुरुआत केनिहार अनेको नाटकमे
अभिनय-निर्देशन केलनि आ वर्तमान मे बाल रंगमंच सँ जुड़ल निर्देशक आ प्रशिक्षक छथि आ
किलकारी,
पटना सँ आबद्ध छथि. हिनक प्रशिक्षित बाल कलाकार ज़ी टीवी केर
प्रसिद्ध रिएलिटी शो ‘इंडियाज बेस्ट ड्रामेबाज’, हिन्दी फ़िल्म ‘माँझी द’ माउन्टेन मैन’ , ‘कपिल शर्मा शो’ आदि कें बाद वर्तमानमे ऋतिक रोशन अभिनीत फ़िल्म ‘सुपर-३०’
संस्थापक आनन्द कुमार पर बनि रहल फ़िल्ममे १५ गोट प्रशिक्षित
बाल कलाकार कें ल’
शूटिंग क’ रहलाह अछि.
सम्मान आ पुरस्कार वितरण सत्रक आमंत्रित अतिथि छलाह एन.एस.डी. केर पूर्व निदेशक
डॉ. देवेन्द्र राज अंकुर,
आईटीबीपी महानिदेशालय केर महानिदेशक राकेश कुमार मिश्र आ
मैथिली-भोजपुरी अकादमी,
दिल्ली सरकारक उपाध्यक्ष नीरज पाठक. मंच सञ्चालन केलनि
प्रो. देवशंकर नवीन.
मैलोरंगक
सक्षमता आब एहि बातक द्योतक अछि जे वैश्विक रंगमंचक सोझा मैथिली मे नित नवीन
प्रयोग सँ दर्शक कें अचंभित करैत रहल अछि. एहि प्रयोगक उपयोग करैत एहि बेर नेशनल
माइम इंस्टिट्यूट सँ मूक अभिनय मे प्रशिक्षित विवेक कुमार साह जेकि मूलतः तेहवारा, मुजफ्फरपुरक निवासी छथि द्वारा रचित,निर्देशित आ अभिनीत मूकाभिनय ‘खाली झोड़ा’ १२ मिनट धरि
दर्शककें आकर्षित करबामे बेस सफल रहल. विशेष प्रतिभाक धनी विवेक नाट्यकर्म मे गहन
प्रशिक्षण हेतु मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय मे सेहो चयनित भेलाह अछि.
महोत्सवक
अंतिम आ महत्त्वपूर्ण सत्र छल ‘जानकी परिणय
(कथा संकीर्तन)’.
जानकी परिणय प्रसिद्ध व्यास स्व. राममिलन ठाकुर केर पावन
स्मृति मे राखल गेल छल जेकि व्यास जी द्वारा दिल्ली मे किछु वर्ष पूर्व दस दिनक
प्रवास मे रहि मैलोरंगक कलाकार लोकनिकें प्रशिक्षित कएल गेल छल आ ताहि
महत्त्वपूर्ण उपलब्धिक प्रति मैलोरंग द्वारा कृतज्ञता ज्ञापनक ई एक सुअवसर छल.
ज्ञात हो कि वर्ष २०१६ मे भारत रंग महोत्सव मे मैलोरंगक पहिल प्रवेश लोक कला
प्रस्तुतिक रूपमे जानकी परिणय सँ भेल छल. कथा संकीर्तनक परिकल्पक,गायक आ निर्देशक छलाह राजीव रंजन झा. गायन, निर्देशन आ अभिनय मे निपुण एवं संस्कृति मंत्रालय भारत
सरकार सँ मैथिली लोकगीत वास्ते स्कॉलरशिप प्राप्त राजीव मूलतः बरगाँव,सहरसाक निवासी छथि. वर्तमान मे मैलोरंगक अधिकाधिक नाटकक
संगीत आ गायनक जिम्मा दीपक ठाकुर वा राजीव रंजन झा नीक जेंका सम्हारैत रहलाह अछि
तैं हिनका लोकनि सँ दर्शकक अपेक्षा बढ़ब स्वाभाविक, मुदा एहि बेर जेनाकि प्रथम आ अंतिम सत्र संगीत आधारित छल आ मुख्य गायनक स्वर
राजीव रंजनक छलनि ताहि हिसाबे बीच-बीच मे असंतुलित गायन शैलीमे किछु सुधारक
गुँजाइश स्पष्ट देखल गेल . कथा संकीर्तन
मे हिनक मुख्य स्वर आ कोरस उपर्युक्त रंग संगीत समूहक कलाकार लोकनिक छल. प्रोफेशनल
कोरियोग्राफर आ रंग अभिनेता रमण कुमार एहि बेर सखी (नटुआ) कें रूप मे प्रस्तुत
भेलाह. रमण विभिन्न नाटक मे अभिनेता वा सूत्रधारक रूपमे देखल जाइत रहलाह अछि मुदा
हिनक एहि नटुआ रूपक बेस प्रशंसा होइत रहल आ हिनक सखीक रूपमे ज्योति, मनीषा, अपर्णा, सोनी आदिक सेहो नीक योगदान रहल. जानकी परिणय मे रामक स्वरुप
मे संजीव कुमार,
सीताक स्वरुप मे मनीष कुमार आ लक्ष्मणक स्वरुप मे आदित्य
राज प्रस्तुत भेलथि. ४० मिनटक कथा संकीर्तन मे गायन समूह ऊर्जा निरंतर बना रखलनि आ
संगहि दर्शककें मनोरंजन करैत रहबामे सफल रहलाह.
आयोजन
मध्य एक विशेष आकर्षण छल जे मन्त्रेश्वर झा केर आजुक दिन वैवाहिक वर्षगाँठ आ एहि
उपलक्ष्यमे कलाकार द्वारा हिनका दुन्नू बेकतीकें मंच पर बजा राम-जानकी परिणयक
संग-संग हिनको लोकनिक जयमाल करओलनि. आश्चर्यचकित करयबला एहि विलक्षण उपहार सँ
दुन्नू गोटे बेस भावुक होइत कलाकार लोकनिक प्रति आभार व्यक्त केलनि.
मिथिला
रंग महोत्सवक परिकल्पक डॉ. प्रकाश झा, संयोजक दीपक ठाकुर,
आयोजन प्रमुख मैलोरंग चीफ मुकेश झा, प्रचार-प्रसार हेतु उत्कृष्ट ब्रोशर डिजाइनिंग एवं
प्रोजेक्टर संचालनमे दक्ष संजीव कुमार ‘बिट्टू’
आ सहयोगी संस्थाक रूपमे बारहमासा, ग्रामज्योति, पूरा परफॉर्मिंग आर्ट्स, रंगकोसी, कलरव्हील, संजीवनी, जयजोहार, मलंगिया
फाउंडेशन,
नगीना आर्ट्स, संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार, मैथिली भोजपुरी अकादेमी दिल्ली सरकार एवं कला,संस्कृति एवं भाषा विभाग दिल्ली सरकारक भूमिका सेहो सराहनीय रहल.
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