दिनांक-१६
फरवरी २०१६ (वृहस्पति दिन) क’ राष्ट्रीय नाट्य
विद्यालय,दिल्ली केर एल.टी.जी सभागार मे ३:०० बजे आ ५:३० बजे क्रमशः
दू टा शो केर सफल मंचन कएल गेल. भारत रंग महोत्सव मे विभिन्न भाषाक प्रस्तावित
करीब ६५० नाटकक मध्य किछु सीमित आ अंतिम चयन प्रक्रियामे मैथिली नाटकक पहिल बेर
चयन एवं मंचन भेल।
मैथिली
रंगमंचक चर्चित संस्था मैलोरंग द्वारा स्व. अनिल चन्द्र ठाकुर लिखित ओ मैलोरंग
प्रकाशन स’
प्रकाशित मैथिली उपन्यास “आब मानि जाउ”
केर नाट्यान्तरण मैलोरंगक रंगमंडल प्रमुख मुकेश झा द्वारा
कएल गेल अछि. स्त्री विमर्श पर आधारित एहि नाटकमे गरीब आ शोषित समाजक नारीकें
केंद्र मे राखि तत्कालीन समयक जमींदार लोकनिक दुराचारी स्वभाव, चरित्रहीनता आ अमर्यादित बेवहारकें उजागर करैत आडम्बरी
समाजक मुँह पर थापड़ मारबाक एकटा सचेष्ट प्रयास कएल गेल अछि. नारी भोग विलास मात्रक
वस्तु नैं अपितु दृश्य ओ अदृश्य शक्तिक द्योतक सेहो अछि. नारी जा धरि बन्हनमे अछि
ता धरि ओ शोषित अछि मुदा जहिया आत्मबल वा दृढ़संकल्पता ओकर समर्थन करब प्रारम्भ क’ देइत अछि फेर त’ ओ रणचंडी बनि प्रकट भ’
जाइछ आ एहने सन भाव देखल जाइछ एहि नाटकक आलोकमे. परिकल्पना
आ निर्देशन छलनि प्रकाश झाक.
मंच
पर-बुचिया-सोनिया झा,
गिरधर- मुकेश झा, कुलदेव-मनोज पाण्डे,माय-नीरा झा, कनियाँ-पूजा प्रियदर्शिनी,काकी-सोनी झा,भागीरथ बाबू-मायानन्द झा, ब’र-निखिल गुप्ता, संगी-रोशन,संजीव आ विवेक, कथावाचक -नितीश कुमार,रमण कुमार,ऋतुराज आ संजीव
बिट्टू आदि. मंचक पाँछा- संगीत-अनिल मिश्र,दीपक ठाकुर आ राजीव रंजन झा, नृत्य-रमण आ
पूजा,
प्रकाश-श्याम साहनी आ सोनू पिलानी, उद्घोषकक भूमिकामे दीपक यात्री,सहायक निर्देशन-अमरजीत राय आदि.
विगत दस
बर्खमे दिल्ली प्रवासी रंगप्रेमीक संख्यामे एतेक वृद्धि भ’ चुकल अछि जे एहि नाटकमे क्रमशः ५०,१००,२०० आ ३०० टाकाक टिकट द्वारा प्रवेश रहलाक बावजूदो नाटकक
मंचन दू खेपमे करब मैलोरंगक प्रति प्रेक्षकक सिनेहकेँ दर्शाबैत अछि।
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