बुधदिन,19 अगस्त 2015, बेरू पहर
3 बजे स’ कला,संस्कृति एवं भाषा विभाग, दिल्ली सरकारक तत्त्वाधान मे मैथिली भोजपुरी साहित्य अकादमी द्वारा मावलंकर
हॉल केर सभागार मे “बिहार सम्मान समारोह’ केर आयोजन कैल गेल. मुख्य अतिथि केर रूप मे बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
आमंत्रित छलाह. विशिष्ट अतिथि अकादमीक वर्तमान अध्यक्ष आ दिल्ली सरकार मे
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल छलाह. कार्यक्रमक अध्यक्षता केलनि कपिल मिश्रा (कला,भाषा आ संस्कृति मंत्री,दिल्ली सरकार).
कला/साहित्य/राजनीति
आदि क्षेत्र में विशेष ख्यातिप्राप्त लोक के सम्मान करबाक उद्देश्य स’ कार्यक्रमक आयोजन कैल गेल छल जाहिमे मिथिला मिथिलोत्थानमे
रंगकर्मक माध्यम स’
निरंतर जोगदान देनिहार प्रकाश झा (निदेशक-मैलोरंग) आ
साहित्य वास्ते गंगेश गुँजन सहित कतेको गणमान्य व्यक्ति सम्मानित भेला. सम्मानक
क्रममे फ्रेमिंग करैल प्रशस्ति पत्र आ शाल देल गेलनि आ राशि के नाम पर केजरीवाल, सिसोदिया आ नीतीश कुमारक चौवनिया मुस्कान. सांस्कृतिक
कार्यक्रममे सांगीतिक प्रस्तुति हेतु मिथिलारत्न कुञ्जबिहारी मिश्र आ भोजपुरी के
बहुचर्चित गवैया भरत शर्मा व्यास आमंत्रित छलाह. कार्यक्रमक रूप रेखा पूर्व
निर्धारित छल आ तदनुसार संपन्न भेल.
बिहार
विधानसभाक चुनाव नजदीक अछि आ दू-दू टा मुख्यमंत्री एक मंच पर अतिथि छथि त’ स्वाभाविक छै जे राजनीतिक हलचल रहबे करतै आ सेएह भेबो केलै.
दुन्नू जनप्रतिनिधि एहि सुअवसर पर मंच केर भरि पोख उपयोग करैत अपन-अपन उपलब्धि केर
भूरि-भूरि प्रशंसा केलनि अन्यथा मैथिली-भोजपुरी भाषाक विकास आ वृहत रूपरेखा केर
चर्च-बर्च हेबाक चाही छलै. पहिल बेर एहेन बुझना गेल जे अकादमीक आयोजन कम आ आम
आदमीक (पार्टी) आयोजन बेसी छल. अकादमी एहि बेर भाषा प्राथमिकता विवाद स’ बचबाक ब्यौंत त’ केलक मुदा राजनीतिक मंच बना सोझा ठाढ़ करबाक श्रेय सेहो लेलक. मंच पर कुर्सी
लगाय कार्यक्रमक आदि स’
अंत धरि आनंद लेलनि आम आदमी पार्टीक मुख्यमंत्री सहित अन्य
नेतागण जेनाकि : कुमार विश्वास,गोपाल राय,मनीष सिसोदिया,के.सी.त्यागी,संजीव झा,ऋतुराज गोविन्द
झा,नीरज पाठक आदि.
जनसामान्य
में सेहो जेना असंतोष साफ बुझना गेल कारण समय स’ एक घंटा पूर्व हाउसफुल के सूचना आ हॉलक बाहरी परिसरमे लागल प्रोजेक्टर
साउंडविहीन अवस्था में छल जाहिमे फोटो त’ अबै मुदा अवाजे निपत्ता, ओना एकर तकनीकी
संज्ञान लैत जल्दिये सक्रिय क’ देल गेलैक.
हॉलमे उपस्थित दर्शक में सम्मान/संगीत प्रस्तुति देखबाक जिज्ञासा कम आ केजरीवाल
समर्थित कार्यकर्ता (जिनका नैं त’ मैथिली आ नैं
भोजपुरीकें “अ”
ज्ञान) आ नितीश के सुनबाक जिज्ञासु (खाँटी बिहार निवासी)
लोक बेसी देखल गेला जकर सद्यः प्रमाण छल नितीश के प्रस्थान करिते बारह आना लोकक
सीट खाली भेनाइ. बाहर में प्रतीक्षारत सुच्चा दर्शक जिनका राजनीति स’ कम आ कुंजबिहारी जीक “जय-जय भैरवि,गुमान छै ई हमरा आ खाक’ मगहिया पान”
आदि गीत सुनबाक जिज्ञासा ऑफिस स’ खीच अनने रहनि से सब जा सीट पर विराजमान भ’ कार्यक्रमक समापन धरि साक्ष्य बनला.
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