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Thursday, September 15, 2016

मैसाम युवा सम्मान ओ व्याख्यानमाला-२०१६


राष्ट्रीय राजधानी दिल्लीमे २१ फरवरी २०१४ कमैथिली साहित्य संरक्षण ओ उत्थान वास्ते स्थापित संस्था मैथिली साहित्य महासभाअपन दू बर्खक यात्रामे कएक गोट कार्यक्रमक सफल आयोजन केलक अछि. एहि कार्यक्रमकें निरंतरता देइत ११ सितम्बर २०१६ कदोसर विद्यापति स्मृति व्याख्यानमाला केर अन्तर्गत वैश्विक परिदृश्यमे मैथिली नाटक आ जनसरोकारविषय पर मैथिली नाटकक प्रसिद्ध नाटककार महेन्द्र मलंगियाक वक्तव्यक संग राखल गेल. कार्यक्रमक विधिवत प्रारम्भ महाकवि विद्यापतिक स्मृति पर माल्यार्पण ओ दीप प्रज्ज्वलनक उपरान्त सामूहिक गान जय-जय भैरविभेल. स्वागत भाषणमे संस्थाक अध्यक्ष अमरनाथ झा अतिथि ओ दर्शकक प्रति आभार प्रकट केलनि. 

उपरोक्त विषय पर महेन्द्र मलंगिया द्वारा ज्योतिरीश्वर ठाकुर रचित धूर्तसमागम,उमापति उपाध्याय रचित पारिजातहरण, ईशनाथ झा रचित उगना, चीनीक लड्डू, गोविन्द झा रचित बसात, सुधांशु शेखर चौधरी रचित भफाइत चाहक जिनगी,उदय नारायण सिंह नचिकेता रचित एक छल राजा ससल्हेश, लोरिक, चेंगा, अंकिया नाटक, कीर्तनिया नाटक ओ आधुनिक नाटकक लेखन,मंचन ओ प्रेक्षक धरिक नीक-बेजाए भूमिका पर विस्तृत प्रकाश देल गेल संगहि युवा लोकनिकें नाट्य लेखन हेतु सक्रिय हेबाक आह्वान सेहो केलनि.

सामान्यतया मिथिला-मैथिलीक भाषा,संस्कृति,रोजगार आदिक वास्ते चिंता आ चिंतन मे बेसी संगठन ओ संस्थाक तल्लीनता मात्र देखल जाइत अछि मुदा मैथिली साहित्य महासभा ताहि सोचकें सार्थकता प्रदान करैत एक डेग आगाँ बढि साहित्य संरक्षण वास्ते बड्ड पैघ ओ सराहनीय काज केलक अछि जे साहित्यमे समर्पित ४० बर्ख धरिक सृजनशील युवा रचनाकारकें प्रशस्ति पत्रक संगहि २५,००० रुपैया ससम्मानित कउत्साहवर्धन करब एक अद्भुत सोचक प्रमाण थिक. ओना संस्था द्वारा एकटा आर घोषणा भेल अछि जे मैथिली साहित्यमे जीवन पर्यन्त अपन जोगदान देनिहार वरिष्ठ साहित्यकारकें सेहो एहि मंच सअबिलम्ब सम्म्मानित कएल जाएत.

मैसाम युवा सम्मान-२०१६वास्ते १३ गोट पोथी सम्मिलित कएल गेल छल (निर्णायक छलाह डॉ. देवशंकर नवीन) जाहिमे अंतिम रूप सचयनित पोथी गामक सिमान पर” (नवारम्भ प्रकाशन,पटना सप्रकाशित) हेतु युवा साहित्यकार चन्दन कुमार झा (उमेर-३१ बर्ख, जेकि मूल रूप समधुबनी जिलान्तर्गत सड़रा गामक रहनिहार छथि मुदा वर्तमान प्रवास कोलकातामे छनि) पुरस्कृत ओ सम्मानित भेला. युवा पीढ़ीक साहित्यकारक वास्ते आह्लादक विषय अछि संगहि एहि दिशामे पसरल अनेकों भ्रमकें तोड़बाक एक निस्सन डेग.   

कार्यक्रमक मुख्य अतिथि ओ अध्यक्ष भारतीय सर्वोच्च न्यायालय केर पूर्व मुख्य न्यायाधीश श्रीमती ज्ञान सुधा मिश्र, अतिथि डॉ. देवशंकर नवीन ओ एकल व्याख्यान हेतु आमंत्रित अतिथि महेन्द्र मलंगिया आदि अपन-अपन वक्तव्यक क्रममे बहुत गूढ़गूढ़ गप्प-सप्प ओ अनुभव सअवगत करौलनि. दर्शक दीर्घामे मिथिला-मैथिलीक प्रति समर्पित लोकक उपस्थिति ओ अन्त धरि चित-पित मारि ध्यानपूर्वक समूचा कार्यक्रमक आनन्द लेब कार्यक्रमक सफलताकें स्वप्रमाणित करैत छल. कार्यक्रमक सफलतामे कन्त शरण केर सञ्चालनकें कथमपि बिसरल नैं जा सकैत अछि मने जेहने अद्भुत वाचाशक्ति तेहने सुन्नर रोचक शैली. कार्यक्रमक समापन संस्थाक महासचिव संजीव सिन्हाक धन्यवाद ज्ञापनक संग पूर्णरूपेण सफल रहल.