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Tuesday, April 15, 2014

विकाश झा (गायक सह अभिनेता)



मूलतः मधुबनी जिलान्तर्गत सिमरी (भोजपरौल) नामक गामक रहनिहार मैथिलीक सुप्रसिद्ध गायक विकाश झा जिनक एखन धरि आठ-न' भाखामे दर्जनों एलबम ,फिल्म,भारत सनेपाल धरि सांस्कृतिक कार्यक्रममे गायन, टी॰वी॰ चैनल पर कार्यक्रमक प्रस्तोता के रूपमे प्रसिद्ध आ मिथिलांचल केर बूढ़ सनेन्ना धरि मने सभ वर्गक लोक हिनक आवाज के प्रशंसक छथि । दिल्ली मे हुनका संग भेल हमर भेंटवार्ताके किछु अंश :

र में अहाँ सपूर्व संगीतक केहेन परिवेश रहल अछि आ अहाँके केहेन सहयोग भेटैत रहल अछि ?
जहाँ तक घरक परिवेश के गप्प अछि तहमर विश्वास करू, हमरा सपहिने संगीत में किनको कोनो खास अभिरुचि नञि छलनि आ नें कियो सक्रिय छलाह, मुदा किछु ने किछु संगीत सब में बसैत छैक जकर एक उदाहरण एना अछि- हमर बाबा के मुंहलगुआ छ्ल सोनमा, जकर घर हमरा घर सकरीब डेढ़ किलोमीटर दूर रहै आ बीच में चौरी रहै । बाबा के जहन कोनो बेगरता होइन तओतहि सहल्ला करथिन सोनमा छिऐ रै ! रै सोनमा ! ओ सुनि जाइ आ दौड़ल आबि जाइ । हमरा बुझने ओ टान (रेंज) बाबा सआबि गेल अछि । बाबूजी गाबथि तनञि मुदा फिल्म खूब देखै छ्लाह, ई बूझू जे भाव (फीलिंग) ओतआबि गेल अछि । माँ हमर विद्यापतिक गीत गबैत रहैत छलीह आ लोक व्यवहारक गीत सब लिखै छलीह,हालांकि हुनक लिखल एक पराती पूजब चरण हम तोरएक एलबम हे अम्बे मैयामें गेने सेहो रही । मिलाजुला कसभक किछु ने किछु अंश हमरा में निहित अछि । जहाँ तक सहयोगक गप्प छै तमाँ-बाबूजी, अर्द्धागिनी आ दुन्नू बालक (आदित्य आ अनूप) हमरा भरपूर सहयोग करैत छथि ।

अपन एकेडमिक शिक्षा दीक्षाक क्रम केना की रहल छै ?  
देखियौ भाइ इमानदारी के गप्प ई छै जे हमरा पढ़ाइ लिखाइ में कहियो मोने नञि लागय आ मैट्रिक-इंटर तक इएह लागय जे पढ़नाइ बाध्यता अछि, जहन कि पढ़लिखमें तेज रही, असगरुआ रही तघर में सभक ध्यान हमरा पर रहब सेहो स्वाभाविके छल,मुदा हमर ध्यान पढ़बेसी संगीत दिस लागल रहैत छल । ओना तहमर प्रारम्भिक शिक्षा कलकत्ता में भेल अछि कारण पिताजी ओतहि नोकरी में छ्लाह आ बाद में हम सब गाम आबि गेलौं तस्नातक धरिक शिक्षा फेर गामे दिस ससम्पन्न भेल ।

संगीतक क्षेत्र में एखन धरिक यात्रा के केहेन अनुभव रहल अछि आ एकरा कैरियर बनेबा लेल की की संघर्ष सब करपरल, विस्तृत जानकारी देल जाउ ?
जेना कि हम कहलौं अछि जे हमर पिताजी फिल्मक बड्ड शौकीन, ओ हमरा छोटे ससंगे फिल्म सब देखबजाइत छला आ कने कने स्मरण अछि किछु फिल्मक नाओं जेना- ममता गाबय गीत”, “निकाहआदि । हमरा बच्चे सएकटा आदति रहल अछि जे कोनो गायकक आवाज जे नकल करके । निकाहफिल्म में महेन्द्र कपूर के गाओल एक गीत अभी अलविदा मत कहो दोस्तोंबड्ड प्रभावित भेल छलौं आ ओतहि सगीत गेबाक सख हेबलागल । किछु दिनक बाद जहन गाम एलौं तगामक नाटक सब में लड़की के रोल हमरे करबाक रहैत छल ।  एकटा नाटक कच्चे धागेमें हमरा हीरो के प्रतीक्षा में एक गीत गाबक छल बड़ी देर भयो नंदलालाई गीत गबितहि लोक सभक प्रशंसा,ईनाम आ थोपड़ी तहमरा मनोबल के अकास ठेका देलक । गेबाक सख आब ततत्तेक बेसी रहए जे गाम में कतौ प्रोग्राम होइ तहमर कान ठाढ़ ! ओना हमरा भूत-प्रेत के बड्ड डर होइ छल मुदा प्रोग्रामक नाम पर कलमे-गाछिये दपरा जइयै आ इच्छा रहै छल जे एकोटा गीत गाबके अवसर भेटि जाए । घर में अइ दुआरे कत्तेक बेर मारिओ खेने छी । हम १९९४ ई॰ में दिल्ली आबि गेलौं नोकरी चाकरी ससमय भेटै तस्टेज सब पर गीत सेहो गबैत छलौं । किछु दिनक बाद विवाह भेल । पत्नी के संगीत में बेसी अभिरुचि देखलियनि ओ ह्मरा एहि क्षेत्र में प्रोफेशनल बनि उतरबाक आग्रह केलनि आ संगे-संग ह्मरा वास्ते गीत सब सेहो लिखलगली तें गीतकारक रूप में रानी विकासके नाम ससेहो देखने हेबनि । संजोग एहेन जे जहन हम ठानि लेलौं जे आब व्यावसायिक रूपे गायकी के अपनाबी तहमरा चांस सेहो खूब भेटलागल आ ई आभास भेल जे संगीत के विधिवत शिक्षा लेब आवश्यक अछि आ ओही क्रम में मैथिली के चर्चित गायक मिथिलारत्न पं॰ कुंजबिहारी मिश्र जीक संपर्क में १९९८ में एलौं आ ओएह कतौ कतौ प्रोग्राम सब में लजाए लगला । कार्यक्रमक संग-संग हुनका स गेबाक अदा, मंच पर कोना प्रस्तुत होइ, मुरकी,खटका आदि केर बारीकी गुर सब सिखबाक अवसर भेटल तें हुनक स्थान हमरा वास्ते प्रथम गुरु के रूप में रहतनि । १९९९ में पहिल एलबम परदेशी भगेलौंजे कि नीलम कैसेट सबहराएल रहए । बाद में बनारस घरानाक चंद्रभाल मिश्रा जी स’, मिथिलेश सिंह जी आदि गुरु सभ ससेहो सिखबाक अवसर भेटल अछि ।

एकटा गप्प अहाँ बीच में कहलौं जे असगरुआ रही तें घर में सभक ध्यान हमरा पर रहब स्वाभाविके छल आ प्रोग्राम देखि कवा कआबि तमाइर सेहो खाए परय । की एहि सई नञि बुझा रहल अछि जे चाहे ओ समय छल वा आजुक समय होइ अभिभावक कहियो संगीत में बच्चा के कैरियर बनेबा लेल जोखिम नञि लेबचाहै छ्ला वा अनुमति नञि देलनि ! अहाँके की कहब अछि ?
देखियौ भाइ सभक अभिभावक इएह चाहै छथि जे हुनक संतान सुखक जीवन व्यतीत करय आ इहो बात निश्चित छै जे संगीत क्षेत्र में जोखिम छै, मुदा जोखिम ओकरा लेल छै जे संगीत के संगीत नञि बूझि माने बिना कोनो शिक्षा दीक्षा के लागल छी। प्रयास करब नीक गप्प कारण सफलतो ओकरे भेटै छै मुदा शिक्षा में गाबके तौर-तरीका, लय, ताल, मात्रा आदि जे किछु तकनीकी ज्ञान छै ओइ वास्ते तकोनो गुरु सज्ञान लेब आवश्यक छै । प्रारम्भ में संघर्ष जरूर छै मुदा कैरियर निश्चित अछि ।

अहाँ अपन कोनो एहेन अनुभव कहू जे संगीत में कैरियर बनेबा में अवरोधक भेल होएअ आ नवोदित कलाकार कें ओइ अवरोध सपूर्व चेतबाक अवसर भेटि जाइन !
नीक अनुभव पूछल! एखन धरि मैथिली के अलावे हिन्दी,बंगाली,हरियाणवी आदि कम सकम आठ-नभाषा में गीत गेलौं अछि मुदा एकटा मैथिली गायकक रूप में हमरा सबसबेसी संघर्ष करपरल अछि आ कत्तेको ठाम अवरोध भेल अछि, कारण अपन मैथिल कलाकार में गुणक तकोनो अभावे नञि छनि मुदा ताहू सपैघ अवगुण ई छनि जे मनोबल बढ़ेबा सपहिने तत्तेक मेख-बृख देखेता जे अहाँ कलाकार बनबाक सपना तबिसैरे जेबै । एक बात कहू जे जहन मनीष जी गीतकार छथि तहमरा ई स्वीकारमें दिक्कत कियैक ? हमरा संग एहेन कत्तेको बेर भेल अछि जे पुरान कलाकार सब संगे लगेला मुदा बिना गीत गबेने घुरा देलनि कारण हम नव रही आ हुनका ई डर रहनि जे हमर कार्यक्रम खराप नञि भजाए । भाइ एकटा गप्प कहू जे सब दिन अहीं गीत लिखैत रहबै ? सब दिन हमही गीत गबैत रहबै? से हेतै आ कि हमहू सब कहियो बूढ़ हेबै ! अहाँके माध्यमें हम हुनका लोकनि धरि ई संदेश पहुंचाबाय छी जे नव लोक के अवसर दियौ आ दियबियौ ।

एखन हमरा लोकनिक नवतुरिया चाहे ओ राजनीति सहोइथ, संगीत सहोइथ वा शिक्षा क्षेत्र सहोइथ अनेकानेक सोशल मीडिआ वा धरना प्रदर्शन आदि के माध्यमें मैथिली भाषा आ मिथिला राजक माँग हेतु आंदोलित छथि । अपनें केहेन समर्थन करै छी ?
हम मिथिला राजक पूर्ण समर्थक छी तै में कोनो दूमत नञि । भाषाक प्रति वर्तमान में सबसबड़का समस्या ई छै जे हम अहाँ एखन मैथिली-मैथिली-मैथिली करहल छी, मुदा हमसब (मैथिल) अपनहि घर में कनियाँ सबच्चा तक सबसहिंदीये में बात करै छी । भाषा कोनो बेजाए नञि होइ छै मुदा सभक अपन अपन स्थान छै ने यौ ! की हम अहाँ ज़िम्मेवार नञि छियै मैथिली केर गर्दनि काटलेल । हमरा एकटा प्रयास आ सपना सब दिन रहल जे मैथिली संगीत के कतौ ताहि ढंग सप्रस्तुत करी जे अमैथिल समाज के लोक ई कहए जे मैथिली एहेन सुंदर होइ छै नञि कि ई कहए जे मैथिली एहने होइ छै । ई सोच जहन विकसित होमय लगतै तएत्तेक बाधा नञि रहतै मिथिला राजक संबंध में ।

एखन जेना कि चर्चा कएल जे मैथिली के अलावे हिन्दी आ आन-आन भाषा में सेहो गेबाक अवसर भेटल अछि तई कहू जे जहन मैथिली में एतेक संघर्ष करपरल तहिन्दी में तआर बेसी करपरल हएत ।स्मरण होए त' किछु फिल्म आ जिंगल आदिके सम्बन्धमे जनतब देल जाउ ।
इएह तबिडम्बना छै जे मैथिली सबेसी अवसर हिन्दी में भेटि रहल अछि जकर एक टा उदाहरण एना अछि- कोनो कलाकार के नाम नञि लेबय चाहब कतेक बेर एहनो भेलए जे कहला-विकाश जी काल्हि स्टूडिओ आबि जाउ मुदा रातिए में दिमाग घूमि गेलनि जे नञि हिनका सनञि गबैब कहीं गीत हिट भ गेलै ! हिन्दी में कम सकम एहेन दुर्दिन नञि देखपरैइयै जिनका संग बात होइत अछि ओ विश्वास करै छथि अवसर दै छथि।

हमरा मोन अछि हम एकटा मैथिली गीतक रेकोर्डिंग करैत रही तएक गोट हरियाणवी फिल्मक निर्देशक दिनेश कौशिक जी कें हमर आवाज में उदित नारायण जीक झलक बुझेलनि हमरा ऑफर केलनि आ फिल्म दुश्मनी की आगमें वन्दना वाजपेयी जीक संग गेबाक अवसर देलनि तकरा बाद हरियाणवी फिल्म बारह बीघा ज़मीन,गोली,पगड़ी आदिमे सेहो गेबाक अवसर भेटल । ओही क्रम में हिन्दी फिल्म आ विज्ञापन जगत सजुड़ल किछु निर्माता लोकनि संपर्क में एला आ अवसर देलनि जेना कि हमर गाओल जिंगल-सोनालिका ट्रेक्टर वास्ते , भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक आयोग वास्ते , केन्द्रीय भंडारण निगम वास्ते , शिक्षा मंत्रालय वास्ते, जल संसाधन मंत्रालय वास्ते, स्वरोजगार योजना वास्ते, इंडियन ऑयल वास्ते, दूरदर्शन पर प्रसारित सीरियल कोंपलके टाइटल सॉन्ग , ज़ी टीवी पर प्रसारित होमय बला सीरियल हम लेंगे जनम दोबाराके टाइटल सॉन्ग, हिन्दी फिल्म लव इन टेंशनमें बतौर संगीत निर्देशक आ गायक (सह गायिका-ममता शर्मा, कल्पना) आदि के रूप में ।एलबम सभक नाओं मोन राखब मोसकिल अछि कारण बहुत रास अछिमुदा एक टटका आब' बला "नवका पाहुन" जाहि मे अहाँक लिखल गीत "ब्याहक बेदी परमे बैसल" हमरा बड्ड बेसी पसीन परल । मैथिली फिल्ममे एखन धरि सौतिनक बेटी, हाफ मर्डर, सेनुरक मोल अनमोल, प्रेम प्रतिज्ञा,राधा संग मोहन,सजन घर जेबै कोना आदि फिल्मक वास्ते अपन स्वर देलौं अछि । 

हमरा बुझने विकाश जी मिथिलाक घरे-घर अपन पहिचान बना चुकल छथि, चाहे ओ गायकक रूप में होइथ , अभिनेता के रूप में होइथ वा कि टीवी चैनल के कार्यक्रम प्रस्तोता के रूप में होइथ मुदा विकाश जीक गाओल एक गीत आइ मूड बनल छै गे ........जे कि हिट तजबर्दस्त भेल मुदा किछु बुद्धिजीबी वर्ग में आलोचना के लेल सेहो जानल जाइत अछि । कोन एहेन मजबूरी छल आ आगां कोना चेतब ?
हम एकरा आलोचना नञि मानब कारण जएकरा समाज में पूर्ण रूप सतिरस्कृत कदेल जइतै आ एक्कहु टा कैसेट नञि बिकैतै तहम मानि जइतौं मुदा से नञि भेलै खूब लोक कीनि-कीनि कसुनला । खैर रहल बात गीत के  के तई हमर मजबूरी छल जे जाहि समय में हमरा मौका कम भेटय आ विकल्प नञि रहय ओहि समय में ई कंपनी हमरा अवसर देने रहय आ हम गीत गेबाक वास्ते अनुबंधित छलौं । हुनका बजार स्थापित करबा लेल भोजपुरी जेंका मैथिली में सेहो किछु मसल्ला के खगता छलनि तें ई कंपनी के प्रयोग छल हम्मर नञि । ई गीत जअहाँ सुनलौं तअहाँ बाबा नागार्जुन रचित इहो गीत सुनने हैब भगवान हमर मिथिला सुख शांति के घर हो। हमर कहक अभिप्राय ई अछि जे लोक ई बुझौ जे जविकाश ओ गीत गाबि सकैइयै तइहो गाबि सकैइयै । अहाँ आलोचक सचेता देलौं से नीक लागल आ संगे इहो कहब जे आब हम कोनो कंपनी सकोनो प्रकारक अनुबंध समुक्त छी तें भविष्य में हमर प्रयास रह्त जे ओहेन गीत नञि गाबी जाहि सकिनको कोनो कष्ट होइन ।

जहिना भोजपुरी आ हिन्दी फिल्म जगत में गायक लोकनि के अभिनय हेतु  अवसर भेटैत रहलनि अछि तहिना आब मैथिली में सेहो ई परम्परा देखि रहल छी । अहाँ लग एहेन कोनो प्रस्ताव अछि वा अभिनय केलौं अछि ?
अभिनय में हमर अभिरुचि प्रारम्भे सरहल अछि । कहबे केलौं अछि जे हम गामक नाटक में नायिका के रोल खूब लेने छी । हम जहन नीलम कैसेट सजूड़ल रही तएलबम जट-जटिनमें अभिनय करबाक अवसर भेटल रहए । किछु दिन धरि अहिना बहुतो एलबम सभ में अभिनय केलौं मुदा हमर ध्यान सदिखन गायकी दिस रहैत छल तें ओकरा प्राथमिकता देइत रहलौं आ सक्रिय रहलौं । अपनें जाहि गीतक चर्चा उपर केलौं अछि ओहि वीडियो में हमर चेहरा सेहो देखने हएब आ ई गीत तत्तेक हिट भेलै जे भोजपुरी क्षेत्रमे सेहो बेस चर्चित रहल आ भोजपुरी फिल्म निर्देशक-रामाश्रय राज आ निर्माता-राजेश सिंह जीक सद्प्रयास सएक गोट भोजपुरी फिल्म पैसा नाच नचाबेलामें मुख्य अभिनेता के किरदार वास्ते प्रस्ताव आएल आ हम स्वीकृति देइत एहि फिल्ममे मुख्य नायिका-त्रिशा खान केर संग अभिनय केलौ । आब जहन मैथिली फिल्मक निर्माता लोकनि के जानकारी भेटलनि तओहो लोकनि संपर्क केलनि अछि आ एखन बहुत रास फिल्मक प्रस्ताव अछि मुदा एखन शुरूआत नञि भेल अछि मने निर्णयाधीन अछि ।

अपने मैथिली क्षेत्र में आब एक स्थापित अभिनेता आ गायकक संग-संग प्रस्तोता के रूपमे सेहो जानल जाइत छीतें टी॰वी॰ चैनलक मादे ई कहल जाउ जे एखुनका परिवेशमे मैथिलीक प्रचार प्रसारमे जे एकर बेसी आवश्यकता छलैक आ तेहेन सन परिस्थितिमे सौभाग्य मिथिला बंद हेबाक की कारण भसकैत अछि ? आगाँ अही चैनल के पुनर्स्थापित करबा वा कोनो नव चैनल केर सुसंचालन हेतु कोन एहेन बात के धेआनमे राखल जेबाक चाही ?
सौभाग्य मिथिलाक संग हमर काजक अनुभव बहुत नीक रहल अछि । जेनाकि अपनें लोकनि हमरा बेर-बेर देखने हएब आ एहि चैनलक बेसी सबेसी कार्यक्रम,धारावाहिक आदि के टाइटल सॉन्ग गेबाक अवसर सेहो भेटल मुदा एहि सभक बीच अकस्मात एकर बंद हेबाक कारण बुझबामे नञि तआएल आ नञि बुझबाक चेष्टा कएल । जाहि हिसाबे ई अपन गति पकरने जा रहल छल तै सएहेन अनुमानो नञि छल जे एकाएक बन्द भजाएत । मिथिलाञ्चलमे नञि तपाइके अभाव छै आ नञि प्रतिभाके । बहुत निर्माता एहेन छथि जे मैथिल छथि,जिनका पाइ छनि आ मिथिला विकास हेतु अभिरुचि सेहो छनि मुदा कला संगीत के अनुभव नञि के बराबर छनि ।

मैथिली कला संगीत केर विकासमे एक बड्ड पैघ बाधा छै भाइ-भतीजावाद के मने ई हमर मित्र छथि तें संगीतकारमे हिनके  नाम हेबाक चाही भले ही हुनका संगीतके शब्द नञि अबैत होइन, ई हम्मर काका छथि तई हम्मर मामा छथि देखैमे बड्ड सुन्दर छथि तें हिनका हीरो बना दियौन आदि-आदि । सर्वेक्षण के आधार पर नीक नीक प्रतिभा के मौका देथुन । हमर बहुतो एहेन मित्र छथि जिनकामे कला भरपूर छनि मुदा हुनका निर्माता सभक सोझा बेसी ढ़ीप-ढ़ाप नञि देल होइ छनि तें ओ लोकनि एखन धरि अवसर पाबय सवंचित छथि आ हमरा बुझने जओहेन-ओहेन व्यक्ति के मौका देल जाय तमैथिलीक संग-संग हुनका लोकनिक सेहो कल्याण हेतनि आ मैथिली फिल्म उद्योग के एक व्यावसायिक रूपमे स्थापित हेबामे कोनो दिक्कत नञि हएत ।

मैथिली संगीतमे किनक स्वर अपनेके सबसबेसी प्रभावित करैत अछि ?
ओना वर्तमानमे हमर सबसप्रिय गायक छथि उदित नारायण झा जिनक पहचान मैथिली सविश्व मंच धरि छनि । रहल बात मैथिलीक तएखुनका जत्तेक गायक छथि हमरा सभक आवाज नीक लगैत अछि कारण सबकें अपन अपन अनुभव आ प्रस्तुतिकरण के अलग-अलग शैली छनि तथापि हम सबसबेसी हरिनाथ झाक स्वर सप्रभावित होइ छी आ हुनक एक-एक गीत हमरा बहुत कर्णप्रिय लगैइयै ।   

अपनें जहिना श्रेष्ठ आ गुरु लोकनिक अनुसरण करैत एहि क्षेत्रमे अग्रसर भरहल छी तहिना नव कलाकार लोकनि के प्रोत्साहित करबा हेतु केहेन मार्गदर्शन देमय चाहबनि ।
हुनका लोकनिक वास्ते हम इएह कहब जे अहाँ जे काज करै छी ओहिमे समर्पणताक संग धैर्य राखक चाही ताहि लेल या तशिक्षा लियवा समय के प्रतीक्षा करू आ ई नञि सोचियौ जे गंदा गीत गाबि करातोरात स्टार भजाएब । मैथिली श्रोताकें कखनो हल्लुक नञि बुझियौन कारण मैथिल श्रोता बहुत ज्ञानी होइ छथि आ किछुओ गाबि कसंतुष्ट कदेबनि से असंभव अछि । अपना दिसक लोककें एकटा गप्प हमरा कहियो स्वीकार्य नञि भेल जे मैथिली कला संगीत में कैरियर नञि छै, ई मात्र अफवाह अछि सच्चाई नञि । हमर कमाइ केर सबसबेसी हिस्सा मैथिली भाषा सअछि, से नञि रहितइ तहमर गुजर नञि चलितए तें ई अफवाह पर नञि जाउ एहिमे कैरियर आ कमाइ दुन्नू छै, निर्भर करै छै जे अहाँ कत्तेक ईमानदारी आ लगनशीलता सएकरा प्रस्तुत करैत छियैक । 

अपनें संग भेल वार्तालापक क्रममे बहुत किछु नव अनुभव भेटल आ आशा अछि जे नवतुरिया लोकनि लाभान्वित सेहो हेता आ मैथिली श्रोता कें अपनेंक व्यक्तिगत जीवनक संबंधमे जनतब भेटतनि। अपन बहुमूल्य समय देबा वास्ते हृदय सआभार ।
मनीष जी अहूँ के बहुत-बहुत धन्यवाद । हमरा आशा अछि जे जहिना मैथिली श्रोता कें हमरा प्रति सिनेह बनल छनि ओ बनेने रहथु आ हमरा सजे किछु अपेक्षा छनि ओकरा पूर करबा लेल हम हरसंभव प्रयास करब । जय मिथिला ! जय मैथिली !!